Ishq Ki Kahani – Ishq Love Story Kahani – Dard Bhari Kahani – Sad Story In HIndi
Ishq Love Story Kahani : माही कि एक हफ्ते के बाद शादी होने वाली थी घर मैं सब मेहमान आ गए थे चारो तरफ खुशियों का माहौल था। माही अपनी जिन्दगी कि नई शुरूआत कर रही थी जिसके वजह से वो खुश भी थी और डर भी रही थी। माही सोच रही थी मेरे होने वाले ससुराल मैं सब अच्छा तो है बस कही यह लोग पुरानी दुश्मनी का बदला न ले। अगर बदला लेना होता मेरे साथ रिश्ता न फिक्स करते वैसे पापा भी सही सोचे है इनके घर एक रिश्ता करने से पुरानी दुश्मनी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
माही अपनी मम्मी से कहती है मम्मी वो लोग अब पूरी तरह से बदल चुके है ना मुझे पुरानी बाते याद आती है । माही कि मम्मी माही को समझती है देखो माही यह मत भूलो कि लकी के पापा के खुद माफ़ी मागने आए थे और यह कह रहे एक रिश्ता करके हमेशा के लिए दुश्मनी ख़त्म करते है। तुम तो जानती हो ना लकी अमेरिका से पढ़ा हुआ है और लाखों कमाता है। लकी के जैसा रिश्ता नही मिल पाता। तुम अपनी शादी के बाद के बारे में सोचो कहा घूमने जाओगी क्या क्या करोगी लकी तुमको बहुत खुश रखेगा।
माही सो गई सुबह उठी यह सोच कर खुश हो रही थी बस कुछ दिन बाद मैं लकी के साथ सोएगी सुबह उठते ही सबसे पहले उनका ही चेहरा देखूंगी। माही नाश्ता करके आपनी शादी कि एक बैग तैयार कर रही थी जो उसको पहले दिन अपने ससुराल लेकर जाना है। माही को ज़ोर ज़ोर गुस्से चिल्लाने कि आवाज़ आई उसकी हिम्मत कैसे हुई मेरी इतनी बड़ी बेज्जती करने कि। इतना बढ़ा धोखा तू इतना गिर जायेगा मेने यह सोचा भी न था मैं मेरी दुश्मनी का बदला मुझसे ले लेता मेरी बेटी के साथ ऐसा क्यों किया।
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माही अपने पापा के रूम में गई देखा पापा गुस्से में लाल हो गए है और मम्मी रो रही है। माही अपने मम्मी से पूछती है क्या हुआ सब ठीक है ना आप रो क्यों रही है। माही कि मम्मी माही को गले लगकर रोते हुए कहने लगी माही लकी के घर वाले बारात लाने से इंकार कर दिए वो लोग रिश्ता इसलिए फिक्स किए थे जिससे हमारी बेज्जती हो। माफ़ी मांग कर रिश्ता फिक्स करना इतना ज्यादा अच्छा बन जाने का सिर्फ एक मकसद था अपना बदला लेना।
माही रो मत बैठा तुमको इससे अच्छा लड़का मिलेगा वो तो कहो भगवान ने बचा लिया शादी के बाद बदला लेते तुम्हारी पूरी जिंदगी बरबाद हो जाती। माही के पापा के दोस्त राजीव माही के पापा को समझते है रो मत दोस्त आज से माही कि शादी कि जिमेदारी मेरी है। मैं अच्छे से अच्छा लड़का माही के लिए देखूगा। माही कि शादी इस महीने ही होगी किसी भी तरह जल्दी करना है और लड़का ढूंढना है। माही इतनी खुबसूरत है लड़के वाले देखते ही पसंद कर लेगे। तुम बिलकुल भी परेशान न हो मेरे नजर मै बहुत रिश्ता है कल से नए रिश्ता देखते है।
माही के घर वालो को अब माही कि शादी करने कि बहुत ज्यादा जल्दी थी। आज माही को देखने लड़के वाले आए थे माही चाय लेकर लडको वालो के सामने जाती हैं माही कि खूबसूरती देखकर लड़के वाले खुश हो जाते है और रिश्ते के लिए मान जाते है। माही के पापा कहते है लड़का बाहर से आ जाए उससे भी मिल ले फिर रिश्ता फिक्स करते है। लड़के वाले कहते है यह इनके छोटे भाई है ना आप इन्हे देख लिजिए बिल्कुल वैसे ही है। विनोद जब तक आएगा तब तुरंत शादी कर देगे।
आप लोगो को भी जल्दी और हम लोगो को भी बस अब रिश्ता फिक्स कर लीजिए। विनोद का छोटा भाई काफी हैंडसम है विनोद भी ऐसा ही है यह सोचकर माही के घर वाले विनोद के साथ माही का रिश्ता फिक्स हो गाया। एक महीने के बाद विनोद घर आएगा तब विनोद कि शादी माही के साथ होगी। एक महीना हो गया विनोद सेहरा बांध कर बारात लेकर माही को लेने आ गाया। शादी में पहली बार माही ने विनोद को देखा और देखते ही बेहोश हो गई। माही के घर वाले समझ गए माही विनोद को देखकर बेहोश हुई हैं।
माही को एक रुम में लेजाकर माही को होश में लाया गया माही होश मैं आते ही बोली मम्मी विनोद कैसा है मैं उससे शादी नही कर सकती मुझे नही पसंद। माही कि मम्मी माही को समझती है बेटा विनोद एक अच्छे दिल का लड़का और बहुत अच्छा कमाता है। ना जाने ऐसे कितने रिश्ते है जिनके पति सुंदर तो है पर चाहते नही है तो ऐसी सुंदरता का क्या मतलब जो दिल का साफ ना हो। माही देखो हमारी पहले भी बहुत बदनामी हो चुकी है अब मान लो बेटा दो शादी तुम्हारी होते होते टूटी तो कही और शादी होना तो दूर कि बात रिश्ता तक ना मिलेगा।
माही के सभी रिश्तेदार माही को समझने लगे माही मजबूरी में विनोद के साथ शादी किया। माही को अपनी शादी कि खुशी से ज्यादा गम था वो किसी तरह रोते रोते अपने ससुराल गईं। माही को अपने ससुराल में सबका नेचर अच्छा लगा माही कि देवरानी माही को अच्छी लगी ना जाने क्यों माही को अपने देवरानी में छोटी बहन दिख रही थी। माही कि आज पहली रात थी विनोद कमरे में आता माही दुलहन के तरह सजी हुई नही थी माही से जेवर उतार कर कपड़े बदल लिए थे।
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विनोद माही से कहता आपने मेरा वैट तक ना किया मुझे अच्छा लगता आपको दुल्हन बने देखकर। माही बोली मैं बहुत थकी थी इसलिए कपड़े बदल लिए। विनोद माही के करीब जैसे ही थोड़ा जाता है माही सोने का नाटक करने लगती हैं। विनोद कहता आज हमारी शादी कि पहली रात है आप सोएगी क्यों न हम दोनो मिलकर प्यार से इस रात को यादगार बनाया जाए। माही कहती मेरी आंखे नही खुल रही मुझसे नही हो सकेगा मैं जा रही सोने। माही सो गई और विनोद अपना अरमान लिए सोचता रहा मेने नही सोचा था कि मेरी सुहागरात ऐसी होगी कि मेरी पत्नी मूझसे बात तक नहीं करेंगी।
शादी के बाद माही घर वालो के साथ तो ठीक थी सबसे हस्ती बोलती घर का काम करती पर अपने पति से बहुत ही कम बात करती और दूर दूर रहती।माही कि देवरानी से माही कि बहुत अच्छी दोस्ती हो गई थी माही अपने देवरानी से अपने दिल कि सब बात बताती है। माही अपने देवरानी से कहती है कि मेरे पति मुझको पसंद पसंद नही मैं कितनी सुंदर हुं और वो कैसे है। मेरी शादी एक धोखा थी दूसरी फोटो दिखा कर बताया गया बिलकुल इनके जैसे है पर सच्चाई तो कुछ और ही थी। मेरी तो पूरी जिंदगी ही बरबाद हो गई इस इंसान के साथ शादी करके।
विनोद को पता था कि माही मुझे पसंद नही करती है विनोद कि हमेशा कोशिश रहती माही को खुश रखे। विनोद माही सरप्राईज गिफ्ट देता रहता। माही कि छोटी सी छोटी खुशी का खयाल रखता पर माही को विनोद का प्यार भरा दिल नही सिर्फ उसकी सूरत दिखती। माही घर का काम करती विनोद माही को खुश रखने के लिए बोला तुम घर का काम करती हो मुझे अच्छा नहीं लगता मैं चाहता हुं मेरी रानी जैसी पत्नी रानी के तरह जीवन जिएं इसलिए मैं तुम्हारे लिए एक नया घर ले रहा हुं अब हम दोनो वही रहेंगे।
माही अपने बेड पे सो रही थी तभी विनोद आकर प्यार से उसे छूता है माही कहती है क्या कर रहें हो छुआ मत किया करो मुझे नही पसंद। विनोद कहता है बाबू घर कि चाबियां लेकर आया था हमारे नए घर कि चाबी। माही खुश हो गई और खुशी खुशी अपने नए घर में चली गईं।माही को अपने नए घर मैं बहुत अच्छा लगता घर बहुत ज्यादा बढ़ा था इसलिए विनोद ने सोचा किरायदार रख लेते है। विनोद ने एक किरायदार रख लिया माही किरायदार और उसकी पत्नी का प्यार देखकर बहुत जलती थी।
विनोद माही से कहता माही अगर मैं दूसरे देश चला जाऊ क्या तुम मेरे बिना रह सकती हो। माही यह बात सुनकर खुश हो गई माही ने कहा आपकी खुशी मैं मेरी खुशी है अगर आपका जाना जरूरी आप जाइए किरायदार लोग है ना मैं अकेली कहा हुं। विनोद कहता है ठीक जो मेरे लिए ऑफर आया है मैं उसको फाइनल कर देता हु कल एक हफ्ते बाद मेरी फ्लाइट है। एक हफ्ते के बाद विनोद दूसरे देश नौकरी के लिए चला जाता है। विनोद जाते जाते माही से मिलकर रोने लगता माही भी झूठा नाटक करके रोने लगती हैं पर अंदर से माही बहुत खुश थी।
माही उतनी कभी खुश नहीं थी जितना विनोद के जाने के बाद खुश रहती शादी के बाद उसे सबसे ज्यादा अच्छा अब लगता जब उसको डेली विनोद कि गंदी शक्ल नही देखनी पढ़ती। किरायदार कि पत्नी और संजय मैं काफी दोस्ती हो जाती है। माही संजय कि पत्नी से पूछती है आप दोनो काफी खुश रहते है संजय कि पत्नी बताती लव मैरेज हुई थी हमारी मेरे घर वाले नही मान रहे थे इसलिए मैं भाग कर शादी कि तीन साल के बाद घर वाले माने अब मैं अपने मायके जाती हु। बहुत दिन से मैं अपने मायके नही गईं हु अब जाऊंगी इसी हफ्ते।
संजय कि पत्नी जया अपने मायके चली जाती हैं अब पूरे घर मैं माही संजय और एक फेमिली रहती है जिसमे कुछ गर्ल्स रहती और वो दोनो कॉलेज चली जाती है। घर मैं सिर्फ माही और संजय अकेले बचते है। संजय एक बहुत ही सुंदर लड़का माही संजय को पसंद करने लगती संजय को आकर्षित करने के लिए खुद सजती संवरती। संजय माही कि अदाओं से पागल हो गया और माही को बिना देखे अब संजय भी रह नही पाता था। दोनो खूब बाते करते माही संजय के लिए अच्छा अच्छा खाना बनाती।
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रात को जब सब लोग अपना रूम बंद कर लेते संजय माही के रूम मैं आ जाता दोनो एक दूसरे के साथ रात मैं सोते भी। माही अब बहुत खुश थी जिसकी ख्वाहिश माही को हमेशा से थी वो संजय उसे खुश कर रहा था। माही और संजय अब पति पत्नी के जैसे रहने लगे साथ घूमने जाते साथ खाना खाते। माही संजय से कहती संजय मेने जिस प्यार का सपना देखा था वो मुझे तुमसे मिला पर अब तुम्हारी पत्नी जया आ रही है अब सब खत्म हो जाएगा। अब सिर्फ तुम्हारी याद रहेगी मेरे पास संजय क्या तुम कभी जया से दूर रहकर मुझे कभी कॉल पे बाते करोगे या बात भी कभी नही करोगे।
जया कि भावुक बाते सुनकर संजय के आंख मैं आसू आ गए संजय माही को अपनी बाहों मैं भरते हुए बोला माही मैं तुमसे बहुत प्यार करता हुं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता मै जया को तलाक दे रहा हु। माही कहती सच मैं आप अब सिर्फ मेरे है संजय हा जान मैं सिर्फ तुम्हारा हु। जया अपने मायके से संजय के पास आती है जया को आए हुए अभी कुछ ही दिन हुए थे कि संजय बात बात पे जया से लड़ाई करता और जया ने गुस्से मैं कहा तुम जैसे इंसान के साथ अब मैं नही रह सकती।
संजय ने कहा जया तुम्हारा जी मुझसे भर गया है ना तुम्हे मुझसे तलाक चाहिए न मैं जानता हुं। जया ऐसी बात नही बस आप लड़ते बहुत है ना जाने आपको क्या हो गया है। संजय जया को दोषी ठहरा कर जया को तलाक दे देता है। माही इस बात से बहुत खुश होती है दोनो फिर से खुशी खुशी अपनी जिंदगी बिताते है। माही एक तरफ संजय के साथ संजय कि पत्नी जैसे उसके साथ रहती दूसरी तरफ़ विनोद से पैसे मांगती और संजय के साथ विनोद के दिए हुए पैसों से ऐश करती।
एक दिन संजय अपने काम से बाहर चला और माही घर का काम कर रही थी तभी दरवाज़े पे बैल बजने कि आवाज़ आती है। माही को लगता है कि संजय आया है माही खुशी खुशी दरवाज़ा खोलती है देखती है विनोद आया है। माही झुटी मुस्कुराहट लेकर बोलती आप कैसे बिना बताए अचानक सब ठीक है ना। विनोद कहता हा बिना बताए क्योंकि तुम्हे सरप्राईज देना था ना बता के आता तुम्हे इतना खुश कैसे देखता। संजय माही के घर आता विनोद को देखकर बिलकुल शॉक्ड हो जाता है कहता माही चीनी है क्या खत्म हो गई है दुकान भी बंद हो गई है।
संजय विनोद के सामने ऐसी एक्टिंग कर रहा था जैसे वो यह आता ना हो बस आज काम से आया हो। विनोद भाई आप कैसे आना हुआ सब ठीक है आपको देखकर बहुत खुशी हुई हमे आप आराम कर लीजिए फुरसत मैं बैठ कर बाते करते है। संजय मन ही मन सोच रहा था पता ने कहा से आ गया। विनोद माही को मैसेज करता था आज शाम को बाहर मिलो माही मार्केट जाने के बहाने संजय से बाहर मिलने जाती है।
संजय माही से कहता बताया नही तुमने कि विनोद आने वाला है माही कहती है मुझे सच मैं नही पता था।कितने खुश थे न हम दोनो एक दूसरे के साथ पता ने यह कहा से आ गया।
माही कहती विनोद मैं तुम्हारे साथ पहले जैसे ही रहूंगी विनोद को मैं तुम्हारे लिए छोड़ सकती हु। माही विनोद के कमरे मैं जाती घंटो बाद वायस आती विनोद को यह बात अच्छी नहीं लगती। विनोद ने कहा बार बार संजय के रूम में क्यों जाती हो आज से तुम संजय से बात नही करुगी। माही कहती हैं मैं तुम्हे छोड़ सकती हुं पर संजय को नहीं प्यार करती हु मै संजय से मेरा संजय मेरे लिए सब कुछ है। विनोद के आंखो मैं आसू आ गया मैं माही कि खुशी के लिए कमाने गया था और माही ने मेरे साथ इतना बढ़ा धोखा किया।
विनोद को सदमे से दिल का दौरा पढ़ गया जिससे विनोद कि मौत हो गई। माही विनोद के मरने से बहुत खुश हुई विनोद कि पूरी प्रॉपर्टी अब सिर्फ माही कि है। माही और संजय एक दूसरे से शादी कर लेते है। माही और संजय एक दूसरे के साथ अब बिना डरे जिंदगी जी रहे थे दो साल के बाद दोनो का एक लड़का होता है।