karma Love Hindi Story – Sacche Pyar Ki Kahani – Breakup Story In Hindi – Pream kahani
karma Love Hindi Story :
अभिषेक अपने चचेरे भाई की शादी में बहुत खुश था भाई कि शादी के लिए उसने बहुत अच्छे अच्छे कपड़े लिए और शादी में बहुत इंजॉय किया।एक दिन अभिषेक का भाई अभिषेक को किसी काम के वजह से अपने ससुराल ले गया अभिषेक वहां बैठा था तभी कुछ देर बाद एक बहुत ही प्यारी सी लड़की अभिषेक के सामने नाश्ता लेकर आई अभिषेक के भाई से हंसी मजाक करने लगी अभिषेक का भाई उस लड़की से कहने लगा यह मेरा छोटा भाई है। वो लड़की दिखने में तो बहुत ज़्यादा खूबसूरत नहीं थी पर उसने न जाने ऐसी क्या बात थी कि अभिषेक खिंचा चला जा रहा था उस सांवले रंग में भी इतनी ज्यादा कशिश थी कि अभिषेक पहली नजर में ही दीवाना हो गया था।
अभिषेक के भाई का ससुराल उसके घर से थोड़ी ही दूर था जब भी उसके घर के तरफ़ जाता है तो वो अपने बड़े भाई की साली प्रिया को देखता रहता और किसी ना किसी काम के बहाने प्रिया के घर जाता। प्रिया के घर अभिषेक की बहुत इज्जत होती है धीरे-धीरे अभिषेक प्रिया के घर जाना जाने लगा तो प्रिया भी उसे पसंद करने लगी। प्रिया जब कॉलेज जाती अभिषेक वही खड़ा रहता। प्रिया अभिषेक को कॉलेज के पास देख कर खुश हो जाती। एक दिन प्रिया जब कॉलेज से घर जा रही थी तब अभिषेक उसका पीछा करने लागा और उसे रेस्टोरेंट चलने को बोलता है प्रिया मान जाती है फिर दोनो रेस्टोरेंट जाते हैं।
अभिषेक और प्रिया दोनों एक बहुत ही अच्छे रेस्टोरेंट जाते हैं। अभिषेक प्रिया से पूछता है आप क्या लेगी। प्रिया सोचती है कि जिस लड़के को पसंद करते थे आज उसके साथ में आई हूं लगता है आज ही मुझे प्रपोज कर देगा और मेरी जिंदगी में भी कोई अच्छा लड़का आ जाएगा। अभिषेक और प्रिया दोनों एक रेस्टोरेंट में लंच करते हैं और एक दूसरे को प्यार से देखते हैं अभिषेक प्रिया से कहता है प्रिया मैं तुमसे प्यार करने लगा हूं क्या क्या तुम मेरे साथ रिलेशनशिप में आओगी। प्रिया शर्मा कर हां कह देती है मैं भी आपको बहुत पसंद करती हूं।
karma Love Hindi Story – True Love Story In HIndi – Moral Story In HIndi – Sad Story In Hindi – karma Love Hindi Story – Romantic Story In Hindi
अभिषेक और प्रिया एक दूसरे से फोन पर अब बातें करने लगते हैं अभिषेक प्रिया से कहता है मुझे तुमसे उस वक्त ही प्यार हो गया था जब तुम चाय लेकर मेरे सामने पहली बार आई थी। अभिषेक का मन जब भी प्रिया को देखने का करता अभिषेक प्रिया के घर चला जाता और वहां उसको देखता प्रिया अपने कॉलेज की पढ़ाई करती रहती और एक रोमांटिक सॉन्ग बढ़ता रहता और अभिषेक और प्रिया एक दूसरे को देखते रहते हैं प्रिया के घर वालों को अभिषेक के बारे में पता था कि अभिषेक प्रिया को पसंद करता है पर उन लोगों को इस रिश्ते से कोई एतराज नहीं था।
अभिषेक और प्रिया बाहर घूमने जाते हैं एक दूसरे के घर पर मिल लेते जो फोन पर घंटों बातें करते ऐसे ही सिलसिला चलता जा रहा था 1 दिन प्रिया ने अभिषेक से पूछा अभिषेक क्या मुझसे शादी करोगे अभिषेक प्रिया से कहता है प्रिया तुम्हें क्या यह रिश्ता मजाक लगता है। मैं तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं और मैं शादी सिर्फ तुमसे ही करूंगा चाहे जो हो जाए। प्रिया इस बात से खुश हो जाती है ठीक है मेरी कॉलेज की पढ़ाई खत्म होने के बाद आप अपने घर से रिश्ता भिजवा दीजिएगा और फिर हम दोनों शादी कर लेंगे।
अभिषेक घर से बाहर जाना चाहता था पैसे कमाने के लिए पर प्रिया उसको बाहर नहीं जाने देती। 1 दिन की बात है अभिषेक के बड़े भाई की बेटी कहती हैं चाचू चाची कहां है आपकी शादी किससे होगी तो अभिषेक प्रिया को बताते हुए बोलता है कि जो प्रिया है वही तुम्हारी चाची हैं अभिषेक की भाई की छोटी सी बेटी वहां जाती है प्रिया उस छोटी सी बच्ची के साथ खेलने लगती है। बच्ची कहती है कि आपको पता है मेरी चाचू की शादी किससे होगी प्रिया बोलती अच्छा मुझे तो नहीं पता बताओ किससे होगी बच्ची बोलती है आपसे होगी आप ही तो है मेरी चाची प्रिया बिल्कुल शर्मा जाती है।
प्रिया और अभिषेक की लव स्टोरी पूरे मोहल्ले में एक चर्चा बन गई थी प्रिया की तरफ कोई लड़का देख नहीं सकता था क्योंकि सब जानते थे प्रिया अभिषेक की है। प्रिया और अभिषेक कि प्रेम कहानी जब अभिषेक के घर वालों को पता चली तो उन्हें यह सब बात अच्छी नहीं लगीं कि अभिषेक और प्रिया की चर्चे पूरे मोहल्ले में हो रहे हैं। अभिषेक के घरवाले प्रिया को पसंद नहीं करते हैं अभिषेक के घर वाले प्रिया के घर अभिषेक को जाने से मना कर देते हैं कि तुम वहां नहीं जाओगे।
अभिषेक यह सब प्रिया को बता देता है प्रिया घबरा जाती है बोलती है आपके घर वालों को अभी से यह हाल है तो क्या वो आपसे से मेरी शादी होने देंगे ।अभिषेक कहता है प्रिया तुम बिल्कुल भी परेशान मत हो अभी बस तुम्हारा ग्रेजुएशन कंप्लीट हो जाए उसके बाद मैं रिश्ता भिजवा देता हूं किसी भी तरह मेरे घर वाले नहीं मानेंगे तब भी मैं मनवा कर ही रहूंगा। प्रिया कहती अभीषेक मुझे आप पर पूरा भरोसा है बस मैं आपको खोने से बहुत डरती हु। अभिषेक कहता है प्रिया तुम अपनी पढ़ाई पे ध्यान दो बहुत जल्द तुम मेरी दुल्हन बनकर मेरे घर आओगी।
प्रिया का ग्रेजुएशन कंप्लीट हो गया अभी से एक दिन अभिषेक अपनी मम्मी से कहता कि मम्मी मैं प्रिया से शादी करना चाहता हूं आप उसके घर रिश्ता भिजवा दीजिए । अभिषेक की मां यह सुनकर भड़क जाती है और कहती है अभिषेक उस घर में तुम्हारी शादी नहीं हो सकती वह लोग सही नहीं है उन लोग का काम ही है अपनी लड़की से लड़के पटवा देते हैं ताकि अच्छे घर के लड़के से उनकी बेटी की शादी हो जाए।
अभिषेक की बहने तो हद पार कर देती हैं वह लोग प्रिया की बड़ी बहन के सामने प्रिया के बारे में गंदी गंदी बातें करती हैं उसे गालियां देती हैं। यह सब प्रिया सुनकर बहुत दिली बहुत अफसोस करती थी जिस घर कि बहु बनने का मैंने सपना देखा उस घर की मां और बहन ऐसी है। अभीषेक एक अमीर घर का लड़का था उसकी काफी प्रॉपर्टी थी इसलिए अभिषेक की मां को लगा कि यही सब देखकर मेरे बेटे को फंसाया गया है।
1 दिन अभिषेक की बहन अभिषेक से लड़ रही तुम प्रिया को भूल जाओ नाम भी मत लेना अभिषेक गुस्से में जाता है और जहर खा लेता है उसकी हालत बिल्कुल खराब होने लगती और जल्दी-जल्दी को हॉस्पिटल लेकर जाया जाता है और बहुत ही मुश्किल से उसका सारा जहर निकाला जाता है जिससे बहुत ही मुश्किल की अभीषेक कि जान बचती हैं। कुछ दिन के लिए अभिषेक के घर वाले कुछ नही कहते इस मामले को दबा देते है। अभिषेक ने प्रिया के लिए ज़हर खाया यह बात सबको पता चल जाती है। प्रिया के घर वाले भी अब प्रिया के लिए लड़का देखना शुरू कर देते है।
प्रिया के घर वालो एक लड़का बहुत पसंद आता है और प्रिया की रिश्ते की बात चल जाती है अभिषेक को जैसे ही यह खबर मिलती है अभिषेक गुस्से में अपने घर आता है और अपनी मम्मी और बहन की बहनों के सामने हाथ की नस काटी काटने लगता और रोने लगता उसकी मां कहती है कि इसको मैं श्मशान घाट में जिंदा जला सकती हूं पर उस घर की लड़की से शादी नहीं करा सकती। घरवाले का हाल देखकर अभिषेक प्रिया से बोलता है चलो हम दोनों भाग के शादी कर ले प्रिया बोलती है कि मैं आप के वजह से बहुत बदनाम हो चुकी हूं मैं भाग कर शादी नहीं कर सकती अब से यह रिश्ता खत्म भूल जाओ हमें।
अभीषेक कि मां को अपनी जान का खतरा रहता था फिर भी वो अपनी ज़िद पे अड़ी रही। अभीषेक कि मां सोचती कि अभिषेक को प्रिया का भूत सवार हम दोनो एक ही कमरे में सोते हैं वो मेरा गला दबा के मेरी जान ले सकता है इसलिए अभिषेक कि मां अब अकेले रूम में सोने लगी। अभीषेक कि मां रात को यही सोच रही थी किसी तरह से बस प्रिया कि जल्दी शादी हो जाएं तो अभिषेक का उसका मनहूस साया हटे। अभिषेक कि मां अभिषेक का रिश्ता देखने लगती हैं।
कुछ महीनो के बाद प्रिया का एक अच्छी जगह रिश्ता फिक्स हो जाता वहां उसकी शादी हो जाती है प्रिया अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर लेती है और अभिषेक को भूलने की कोशिश करती है। अभिषेक प्रिया की शादी के बाद वह शहर छोड़ कर कहीं दूसरी जगह रहने लगा था कुछ दिन के बाद उसी के एरिया से एक रिश्ता आया अभिषेक के लिए लड़की बहुत ही खूबसूरत थी और वह गरीब घर की लड़की थी। लड़की के घरवाले अभिषेक और प्रिया के बारे में सब कुछ जानते थे पर अभीषेक कि प्रॉपर्टी देखकर एक लोग अभिषेक से अपनी बेटी से शादी कराने के लिए मान जाते है।
रिश्ता फिक्स हो रहा था अभिषेक की मां से यही तारीफ करती मेरी बहू बहुत खूबसूरत है उसकी पतली पतली उंगलियां गोरा सा चेहरा बहुत ही अच्छी क्योंकि प्रिया दिखने में ज्यादा अच्छी नहीं थी। अभिषेक कि मां को बहुत गर्व हो रहा था कि वह बहुत ही सुंदर बहू लेकर आ रही है। अभिषेक कि में अभिषेक की मां घमंड से सबको दिखा दे देखो मेरी बहू कितनी सुंदर है से अपने लड़के की शादी सुंदर लड़की से ही करना चहते थे। अभिषेक की मां बहुत खुशी कि वह अपनी पसंद की लड़की से अपने लड़के की शादी करा ली।
शादी को 4 महीने ही हुए थे अभिषेक की पत्नी जया अपनी हरकत दिखाना शुरू कर दी थी वह घर का ना तो करती और अभिषेक की मां कभी कमरे में अपनी प्यारी बहू के पास बैठ जाती तो उसने अपनी सास के ऊपर चोरी का इल्जाम लगा दिया जिससे अभिषेक की मां अंदर ही अंदर उसको बहुत ही दुख हुआ और अब वह अपनी बहू के कमरे में नही जाती थीं। अभिषेक की चार बहने थी और और एक भाभी बाहर रहती थी जब भी कोई भी अभिषेक की बहन या भाभी आती तो अभिषेक की पत्नी जया उसे बुरा बर्ताव करती लड़की झगड़ते अपने मायके चली जाती।
कुछ सालो के बाद अभिषेक ज्यादा उम्र के साथ कमज़ोर हो चुकी थी वह खाना तक नहीं बना पाती थी और अभिषेक की पत्नी जया उसको उस हालत में भी छोड़कर मायके जाती थी। हमेशा बीमारी का बहाना किए रहती सास कभी कुछ बोल दे तो वह उनको भूखा मार देती थी जिसके डर से वह कुछ भी नहीं कह पाती थी। अभिषेक की मां को अंदर ही अंदर पछतावा हो रहा था कि मैंने अपने लड़के के साथ गलत किया वह रोता तड़पता रहा ज़हर तक खा लिया पर मैं नही मानी है शायद आज मेरे बुरे कर्मों की सजा मुझे मिल रही है जो मेरी ही पसंद की बहु खराब निकली।
karma Love Hindi Story – True Love Story In HIndi – Moral Story In HIndi – Sad Story In Hindi – karma Love Hindi Story – Romantic Story In Hindi
अभिषेक की मां जब अंतिम वक्त चल रहा था अभिषेक की पत्नी जया अभिषेक को इतना बहका दिया था कि वह उन्हें रखने से इंकार कर दिया वह अपने बड़े भाई के घर उनको छोड़ गया ।अपनी मां के आखिरी वक्त में भी जया अपनी सास का कुछ भी नहीं करना चाह रही थी और उसकी मां की दुलारी बहने है उनका मायके में आना भी बिल्कुल भी नहीं पसंद करती थी यह सब देखकर उसकी बहनों को भी एहसास हो रहा था कि हम लोग ने अपने भाई की पसंद की लड़की में कितना विरोध किया आज हम हमको कर्मों का फल मिला जो इतनी बुरी भाभी हम लोगों को मिली है।
जया ने अपनी सास को इतना सारा परेशान कर दिया था कि जब उसकी सांस आखिरी सांसे ले रही थी तो वह यह कह कर उन्होंने दम तोड़ा की जय हम तो चले अब तो ऐश करो। अभिषेक कि मां को खत्म हुए कुछ ही दिन हुए थे अभिषेक की पत्नी जया चारों बहने बहनों से लड़ी जब भी कभी मायके आती तू उठ कर चली जाती और ना किसी को खाना पूछती।
प्रिया कभी कभी अपने मायके आती प्रिया का 4 साल का लड़का था और अभिषेक का भी 3 साल का वह दोनों साथ में खेलते तो एरिया की सभी लोग देखकर हंसते अभिषेक बहुत गुस्सा होता और अपने बेटे को डांटा कि तुम प्रिया के लड़के के साथ नहीं खेलोगे और बच्चा पूछने पर पापा ऐसा क्यों बोलते बस कुछ नहीं तुम उसके साथ नहीं खेलोगे। शादी को कुछ साल हो गए अभिषेक की पत्नी बीमार रहती और अभिषेक कि सब मेहनत की कमाई से उसके इलाज में जाती। अभिषेक आज भी सोचता है कि मेरी शादी मेरी पसंद की लड़की से नहीं हुई यही मेरी किस्मत थी और अभिषेक की बहने भी पछता रही थी कि क्योंकि उनको भी उनके कर्मों का फल मिल रहा था वो लोग अपने भाई की पसंद को का इतना विरोध किया उसकी जबरदस्ती शादी करा दी।
मोरल : इस कहानी सीख मिलती है कि हमें अपने बच्चों की शादी कभी भी जबरदस्ती नहीं कराना चाहिए। अगर हम किसी को रूलाएगे तो वो हमारे आगे आयेगा बुरे कर्म का फल जरूर मिलता है इसलिए हमे कभी किसी को रुलाना नही चाहिए।