आज राहुल रोज़ की तरह अपने दोस्त राज की शॉप पर बैठकर कॉफी पी रहा था कि उसे सामने वाले घर में खुशी नाम की एक बहुत ही खूबसूरत लड़की दिखाई देती है।
राहुल उस लड़की को देखकर पहली नज़र में ही फिदा हो जाता है और अपने दोस्त राज से उसके बारे में पूछने लगता है। राज उसे बताता है कि वह सामने वाले घर में रहती है और डिग्री कॉलेज में B.A. First Year में पढ़ती है।
राहुल राज से कहता है कि किसी भी तरह मुझे खुशी का नंबर चाहिए। राज कहता है कि ऐसे मैं किसी लड़की का नंबर तुझे नहीं दे सकता। पहले तू उसे पटा, फिर मैं खुशी से नंबर लेकर तुझे दे दूंगा।
राहुल मान जाता है और रोजाना राज की शॉप पर बैठकर खुशी की एक झलक पाने के लिए बेताब रहता है। अब तो खुशी को भी राहुल की मोहब्बत का अहसास होने लगता है। इसलिए वह भी राहुल को प्यार करने लगी है।
एक दिन खुशी अपनी बालकनी से अपना मोबाइल नंबर कागज में लिखकर राहुल की तरफ फेंकती है। इस तरह दोनों अब कॉल पर भी हर वक्त एक दूसरे से बात करने लगते हैं।
बात इतनी ज़्यादा बढ़ जाती है कि दोनों अपना हर एक लम्हा कॉल पर शेयर करते हैं। राहुल एक मेडिकल स्टूडेंट रहता है तो वह अपने मेडिकल कॉलेज की बात खुशी से शेयर करता है और खुशी अपने डिग्री कॉलेज की बात उसे बताती है।
कुछ साल ऐसे ही कॉल और मिलने में गुजरते हैं और खुशी का Graduation कंप्लीट हो जाता है। अब खुशी के घर वाले उसका रिश्ता करने की बात करते हैं और उसके लिए लड़का देखते हैं।
खुशी घबराकर यह बात राहुल को बताती है तो वह उसके घर रिश्ता भेजने की बात करता है। राहुल अपनी मम्मी से अपनी और खुशी की शादी की बात करता है। उसकी मम्मी कहती हैं कि तुम्हरे पापा इस शादी के लिए कभी नहीं मानेंगे और तुम्हें डॉक्टर बनना है इसलिए उसे भूल जाओ।
राहुल के लाख समझाने पर भी उसके मम्मी पापा नहीं मानते और मजबूरन राहुल को खुशी की ज़िंदगी से जाना पड़ता है। खुशी और राहुल दोनों टूट जाते हैं। खुशी की किसी और से शादी हो जाती है।
कुछ सालों बाद खुशी के 2 बच्चे हो जाते हैं, और राहुल Successful डॉक्टर बन जाता है। फिर राहुल की भी कुछ वक्त के बाद एक डॉक्टर लड़की से शादी हो जाती है और दोनों अपनी अपनी ज़िन्दगी में खुश रहते हैं।