Love Marriage ki Kahani – First Feeling of Love – Love Marriage Story in Hindi – Suicide Love Hindi Story
Love Marriage ki Kahani :
मौसम सुहाना था, चारो तरफ ठंडी ठंडी हवाएं चल रही थीं। नेहा रोज़ की तरह आज भी अपनी छत पर मौसम का मज़ा ले रही थी। वह बालकनी के पास खड़ी होकर बाहर सड़क का नज़ारा ले रही थी कि तभी उसकी नज़र बाइक पर बैठे फुजैल पर पड़ती है। फुजैल अपनी बाइक पर बैठा अपने दोस्त का इंतेज़ार कर रहा होता है, तभी फुजैल की नज़रें भी अचानक से नेहा पर पड़ती हैं। दोनों की नज़रें आपस में मिलती हैं। फिर दोनों ही अपनी नज़रें हटाकर इधर उधर देखने लगते हैं।
फुजैल रोज़ की तरह अपने दोस्त ज़ाकिर को लेकर काम पर चला जाता है। मगर उसकी नज़रें और उसका मन फिर से नेहा को देखना चाह रहा था। वह पहली नज़र में ही नेहा को दिल दे बैठता है। दूसरे दिन जब फिर से वह ज़ाकिर का इंतेज़ार कर रहा होता है तो वह नेहा के घर की तरफ देखता है, और फिर उसको बालकनी में खड़ी नेहा की झलक दिख जाती है। इस बार नेहा फुजैल को देखे बिना ही अंदर चली जाती है।
आज फुजैल से रहा नहीं जाता और वह ज़ाकिर से रास्ते में पूछ ही लेता है, “यार एक बात बता तेरे घर के सामने वाले घर में एक लड़की रहती है उसका नाम क्या है?”
ज़ाकिर फुजैल से, “अबे! सामने वाले घर में तो कई लड़कियां रहती हैं, तू किस लड़की की बात कर रहे हो?”
फुजैल ज़ाकिर से कुछ रोमांटिक अंदाज़ में, “वही लड़की जिसने पहली नज़र में ही मेरा दिल जीत लिया।”
ज़ाकिर कुछ मजाकिया अंदाज़ में फुजैल से कहता है, “लगता है जनाब को इश्क़ हो गया है।”
फुजैल, “हां कुछ ऐसा ही समझो। अब तो बस मैं चाहता हूं कि वह लड़की भी किसी तरह मेरी मोहब्बत में पड़ जाए।”
ज़ाकिर कहता है कि “क्यों नहीं ऐसा जरूर होगा। जहां चाह होती है वहीं राह होती है।”
अब फुजैल रोज़ ज़ाकिर को लेने उसके घर जाता और नेहा के घर की तरफ देखता रहता। और जैसे ही नेहा की झलक पाता और नेहा की नज़रें उसपर पड़ती तो वह अपनी नज़रें इधर उधर छिपाने लगता।
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हर रोज़ इसी तरह फुजैल नेहा के घर की तरफ देखने लगता है, जिससे अब नेहा को भी अहसास होने लगता है कि फुजैल उसे लाइक करता है। कहीं ना कहीं नेहा भी अब फुजैल को पसंद करने लगती है, इसलिए हर रोज़ वह उसी टाइम बालकनी के पास आती है जब फुजैल ज़ाकिर को बुलाने आता है।
रोज़ की तरह आज भी फुजैल नेहा के घर की तरफ देख रहा था। आज नेहा बालकनी पर आते ही फुजैल को देखकर मुस्कुराती है। फुजैल को यकीन नहीं होता तो वह दोबारा से नेहा की तरफ देखता है। नेहा फिर मोहब्बत की निगाह से फुजैल को देखती है और मुस्कुराती है।
अब तो फुजैल की खुशी का जैसे ठिकाना ही नहीं रहता। वह खुशी से मुस्कुराते हुए अपने बालों को हल्के हाथ से समेटते हुए अपनी नज़रें झुका लेता है। इतने में ज़ाकिर अपने घर से बाहर आ जाता है और फुजैल से चलने के लिए कहता है। फुजैल ज़ाकिर के साथ जाते हुए नेहा की तरफ देखता है और नज़रें मिलाकर मुस्कुराते हुए चला जाता है।
रास्ते में फुजैल ज़ाकिर को सारा माजरा बताता है। इतने में ज़ाकिर फुजैल से कहता है, “ओय जब बात मुस्कुराहट तक पहुंच चुकी है तो तू उसका Number क्यों नहीं ले लेता। रोज़ बातें करना एक दूसरे से।”
फुजैल ज़ाकिर से, “हां यार मैं भी यही सोच रहा हूं।” फुजैल और ज़ाकिर बातें करते हुए अपने काम पर निकल जाते हैं।
अगले दिन जब फुजैल ज़ाकिर के घर के पास बैठा रहता है तो नेहा रोज़ की तरह बालकनी पर आती है। इससे पहले कि फुजैल नेहा से कुछ कहता वह खुद उसके पास छोटे से पत्थर में एक कागज़ लपेटकर फेंकती है और मुस्कुराकर अंदर चली जाती है।
फुजैल उस कागज़ को पत्थर से निकालता है तो उसमें लिखा होता है, “मैं तुम्हें बहुत पसंद करती हूं और तुम्हारी आंखें बताती हैं कि तुम भी मुझे उतना ही Like करते हो। अगर तुम्हारे दिल में मेरे लिए थोड़ी सी भी Feelings हैं तो मुझे इस WhatsApp नंबर पर मैसेज करो।”
फुजैल नेहा को मैसेज करता है और वह भी अपने प्यार का इजहार करता है। अब दोनों की मैसेज के साथ साथ कॉल पर भी बातें होने लगती हैं। फुजैल रोज़ ज़ाकिर के घर के पास बैठकर इशारों इशारों में नेहा से बातें करता, उसकी तारीफें करता। इस तरह उन दोनों की मोहब्बत दिन बा दिन बढ़ती ही जा रही थी और एक दिन मोहब्बत के दीवाने फुजैल और नेहा शादी करने का फैसला करते हैं।
फुजैल नेहा से कहता है, “आज हमारे रिश्ते को 3 साल हो गए हैं। अब हमें शादी कर लेनी चाहिए।”
नेहा फुजैल से, “मैं भी तो यही चाहती हूं, लेकिन क्या करूं घर में बात करने से डरती हूं। अगर अम्मी नहीं मानी तो हमारे रिश्ते का क्या होगा।”
फुजैल कहता है, “हां यह बात तो सही है, उधर मेरी अम्मी को मनाना भी काफी मुश्किल है। लेकिन एक न एक दिन तो हम दोनों को यह मुश्किल कदम उठाना ही पड़ेगा न, तो फिर अभी क्यों नहीं।” फुजैल फिर नेहा से कहता है, “ऐसा है चलो हम दोनों हिम्मत करके अपने अपने घर में बात कर लेते हैं, क्योंकि अब मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता।”
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नेहा फुजैल की बातों को समझती है और कहती है कि ठीक है।
दूसरे दिन नेहा और फुजैल डरते डरते अपने अपने घर में अपनी मोहब्बत की सच्चाई बताते हैं। नेहा की अम्मी नेहा की इस हरकत से उसको बहुत डांटती हैं और कहती हैं, “जो तुम चाहती हो वह कभी नहीं हो सकता।”
Love Marriage ki Kahani – First Feeling of Love – Love Marriage Story in Hindi – Suicide Love Hindi Story – Love Marriage Story
उधर फुजैल अपनी अम्मी से नेहा के बारे में बताता है और कहता है, “अम्मी मैं नेहा से प्यार करता हूं और उसी से शादी करना चाहता हूं। इसपर फुजैल की अम्मी कहती हैं, “हाय बप्पा, ई का कह रहा है तय। एक अंजान लड़की से सादी कर बे तय। हम ऐसा कभी न होने देबय” फुजैल की अम्मी पढ़ी लिखी नहीं रहती और थोड़े पिछड़े बैकग्राउंड की रहती हैं, इसलिए उनके बोलने का अंदाज़ भी थोड़ा अलग रहता है।
अपनी अम्मी की ऐसी बातों से फुजैल गुस्सा तो बहुत होता है, लेकिन फिर अपने गुस्से पर काबू पाते हुए कहता है, “अम्मी नेहा एक बहुत ही अच्छी लड़की है। मैं उसे बहुत ही अच्छी तरह जानता हूं। मैं उससे बहुत मोहब्बत करता हूं, और वह भी मुझे बहुत चाहती है, इसलिए शादी करूंगा तो मैं उसी से वरना किसी से नहीं करूंगा।”
इसपर फुजैल की अम्मी जवाब देते हुए कहती हैं, “तो ना कर, कौन कह रहा है तुस्से की कर। चाहे जो हो जाए हम तोर सादी उससे कभी ना होने देबय।”
फुजैल झटक पटक कर वहां से चला जाता है। बाद में नेहा और फुजैल एक दूसरे को सारी बातें बताते हैं। फुजैल कहता है कि “कुछ भी हो जाए हमें हिम्मत नहीं हारना। हम दोनों रोज़ अपने घर में शादी के लिए अपनी अम्मी को मनाएंगे और तब तक मनाएंगे, जब तक कि वो मान ना जाएं।”
फुजैल की बातों से अब नेहा के अंदर भी हिम्मत जागती है, वह कहती है, “हां तुम सही कह रहे।”
अब नेहा और फुजैल रोज़ अपने घर में शादी की बात करते, लेकिन उन दोनों की अम्मी राज़ी होने का नाम नहीं लेती। यहां तक कि नेहा की अम्मी नेहा के लिए लड़का भी देखने लगीं थीं।
उधर फुजैल की अम्मी भी अपनी पसंद की लड़की से फुजैल की शादी करने की ठानती हैं। जब मामला हद से ज़्यादा बढ़ जाता है तो नेहा एक दिन फोन पर बातें करते हुए फुजैल से कहती है, “मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती और अम्मी मेरी शादी तुमसे होने नहीं देंगी, मैं किसी और की नहीं हो सकती, इसलिए मैं मरने जा रही हूं।”
फुजैल नेहा से कहता है, “यह कैसी बातें कर रही हो तुम, क्या मैं तुम्हारे बिना इस दुनिया में रह सकता हूं, और क्या मरने से हमारी मुश्किलें आसान हो जाएंगी। हमें तो कोई ऐसा रास्ता निकालना चाहिए, जिससे सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे।”
नेहा को कुछ समझ नहीं आता और वह कहती है, “मतलब?”
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तो फुजैल कहता है कि “मेरे हाथ में मच्छर मारने वाला मॉर्टिन कॉइल है, चलो हम दोनों यह खा लेते हैं। यह ज़हर तो है, लेकिन इसका असर हम पर जल्दी नहीं होगा और हमारे घर वाले शादी के लिए जल्दी मान भी जाएंगे।”
नेहा फुजैल की बात मान लेती है और दोनों मॉर्टिन कॉइल खा लेते हैं। मॉर्टिन खाने के बाद फुजैल ज़ाकिर को कॉल करता है और बताता है कि मैंने और नेहा ने मॉर्टिन खा लिया है। ज़ाकिर फुजैल को बहुत डांटता है। फिर जल्दी से फुजैल के घर जाने लगता है। इधर मॉर्टिन से नेहा और फुजैल की हालत खराब होने लगती है और दोनों बेहोशी की हालत में आ जाते हैं।
ज़ाकिर पहले नेहा के घर जाता है और उसकी अम्मी को बताता है कि नेहा ने मॉर्टिन खा लिया है। नेहा की अम्मी जल्द से जल्द उसे Hospital लेकर जाती हैं। फिर ज़ाकिर फुजैल के घर पहुंचकर सारा माजरा बताता है तो उसके घर वाले फौरन फुजैल को Treatment के लिए हॉस्पिटल लेकर पहुंचते हैं।
सही टाइम पर हॉस्पिटल पहुंचने पर नेहा और फुजैल दोनों की जान बच जाती है। लेकिन दोनों ही अपने घर वालों से बात नहीं करते। इन दोनों की चुप्पी इनके घर वालों को खाए जा रही थी।
Love Marriage ki Kahani – First Feeling of Love – Love Marriage Story in Hindi – Suicide Love Hindi Story – Pahle Pyar ka Dard
इसपर ज़ाकिर और ज़ाकिर के और दोस्त मिलकर फुजैल के और नेहा के घर वालों को शादी के लिए मनाते हैं तो फिर दोनों के घर वाले मान जाते हैं।
जब नेहा और फुजैल को पता चलता है कि दोनों के घर वाले शादी के लिए मां गए हैं तो दोनों बहुत खुश होते हैं। फिर नेहा और फुजैल की पहले Engagement होती है, उसके बाद कुछ महीनों में दोनों की शादी हो जाती है।
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Moral – इस Love Marriage ki Kahani में भले ही नेहा और फुजैल ने अपने घर वालों को शादी के लिए मना लिया। लेकिन आत्महत्या या जहर किसी भी Problem का Solution नहीं है। और सिर्फ अपने घर वालों को शादी के लिए राज़ी करने के लिए गलत कदम उठाना सही नहीं है। वहीं घर वालों को भी इतना सख्त फैसला न करके अपने बच्चों के दिल का हाल जानना चाहिए और उन्हें समझना चाहिए। नहीं तो वो अपने बच्चों को खोने के बाद सिर्फ और सिर्फ पछतावा ही महसूस करेंगे।
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