Mohabbat Story in Hindi – Mohabbat ki Dastan – Tute Dil ki Kahani in Hindi – Adhuri Mohabbat Story in Hindi – Mohabbat Story Read Online – New Love Story Hindi
Mohabbat Story in Hindi :
आफरीन रोज़ की तरह बाहर का नज़ारा लेने के लिए बालकनी के पास आकर खड़ी होती है। ठंडी ठंडी हवाओं के साथ बाहर का नज़ारा ले ही रही थी कि उसकी नज़र नीचे इरफान पर पड़ती है। वो फंक्शन खत्म होने के बाद नीचे आंगन के सामान हटा रहा था और फिर थककर एक चेयर पर आराम से बैठ जाता है। एक लंबी सांस लेते ही उसकी नज़र ऊपर बालकनी पर खड़ी आफरीन पर पड़ती है। वो उसे देखकर मुस्कुराता है, आफरीन भी उसके जवाब में शर्माते हुए मुस्कुराती है।
इरफान अपना फ़ोन अपनी पॉकेट से निकालता है और आफरीन को देखते हुए मैसेज करता है, “क्या हुआ आप अभी तक सोई नहीं”?
आफरीन भी बालकनी पर खड़े होकर उसको देखते हुए रिप्लाई करती है, “नहीं मैं थोड़ा बाहर हरियाली का मज़ा ले रही थी। लेकिन आप अभी तक काम में लगे हैं, आपको नहीं सोना है क्या”?
इरफान, “चारों तरफ सारे सामान फैले हुए थे उन्हें समेटना भी ज़रूरी था तो बस उसी में लगे थे। हमारा काम बस खत्म ही हो गया है, और हम सोने ही जा रहे थे कि आप दिख गईं”।
आफरीन, “ओ, अच्छा! तो जाइए आप अब सो जाइए। मैं भी बस थोड़ी देर में जा ही रही हूं सोने”।
इरफान , “ठीक है! वैसे एक बात कहें हम आपसे”?
आफरीन, “जी कहिए”।
इरफान, “आज आप Yellow Color में बहुत ही प्यारी लग रही थीं”।
बेवफा लव स्टोरी इन हिंदी – Adhuri Mohabbat Story in Hindi – रोमांस लव स्टोरी – Very Sad Love Story in Hindi – Real Love Story in Hindi – Love Story in Hindi – True Love Story in Hindi – सच्ची प्रेम कहानी इन हिंदी – Tute Dil ki Kahani in Hindi – Mohabbat Story in Hindi – Mohabbat ki Dastan
आफरीन उसकी तारीफ़ से बहुत खुश होती है और कहती है, “Thank You”।
इरफान, “Take Care, अल्लाह हाफिज”।
आफरीन, “यू टू, अल्लाह हाफिज”!
अब आफरीन बार-बार इरफान की तारीफ़ को सोच-सोच कर खुश हो रही थी और मन ही मन में गाना गा रही थी –
“पहला नशा पहला खुमार,
नया प्यार है नया इंतज़ार,
कर लूं मैं क्या अपना हाल,
“ऐ दिल ए बेकरार,
मेरे दिल ए बेकरार,
तू ही बता, तू ही बता”।
सुबह होती है, आफरीन अपना फ़ोन उठाती है तो उसमें इरफान का मैसेज आया रहता है, “Good Morning Dear”।
आफरीन इरफान के मैसेज को देखकर मन ही मन मुस्कुराती है और उसके मैसेज का जवाब देती है, “Good Morning”!
इरफान , “आज आप क्या कर रही हैं? अगर आप फ्री हों और बुरा न मानें तो हम आपको अपना गांव घुमाना चाहते हैं। क्या आज आप अपना समय हमारे साथ बिताएंगी? क्या आप हमारे साथ चलेंगी”?
आफरीन, “मैं अकेले कैसे? मम्मी और बाकी सब क्या सोचेंगे”।
इरफान, “आप उसकी फिक्र न करें, वो सब हम संभाल लेंगे। आप बस हां या न में जवाब दें”।
आफरीन शर्माते हुए दिल ही दिल में खुश होती है और हां बोल देती है।
दोपहर 1 बजे तक सब एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे, उतने में इरफान आफरीन की मम्मी यानी अपनी फुफी से कहता है, “फुफी भाई की शादी परसों हैं और आज कोई फंक्शन भी नहीं है। आप लोग बोर होती होंगी। चलिए हम आप लोगों को खेत और दरिया दिखा लाते हैं”।
इरफान की अम्मी भी कहती हैं कि “हां इरफान ये लोग जब से यहां आई हैं घर से बाहर नहीं निकलीं। घर में बैठे बैठे बोर हो गई होंगी। तुम सबको गांव घुमा लाओ। शहर तो बहुत देख लिया अब इन लोगों को गांव की भी सैर करा दो”।
इस पर आफरीन की मम्मी कहती हैं, “बेटा अब इस उम्र में मैं कहां जाऊंगी। मुझसे नहीं चला जाएगा”।
इतने में इरफान की अम्मी कहती हैं, “सना अगर तुम नहीं जा पा रही तो बच्चियों को ही भेज दो घूमने”।
Mohabbat Story in Hindi – Mohabbat ki Dastan Kahani – Heart Touching Love Story in Hindi – Adhuri Mohabbat Story in Hindi – Sad Love Story in Hindi – True Love Story in Hindi – Broken Heart Love Story in Hindi – Pyar ki Ek Kahani – Bewafa Love Story – Pyar ka Dard – Tute Dil ki Kahani in Hindi
आफरीन की मम्मी अपनी तीनों बेटियों से पूछती हैं, “तुम लोग जाओगी घूमने”?
इस पर ऐमन कहती है, “नहीं मम्मी मुझे धूल मिट्टी से एलर्जी है, मैं तो नहीं जा पाऊंगी”।
आफरीन की मम्मी आफरीन और फरहीन से पूछती हैं, “तुम दोनों जाओगी घूमने”?
आफरीन जाना चाहती है, पर अपनी मम्मी से सीधे नहीं बोल पाती और कहती है, “नहीं मम्मी जाने दीजिए ऐमन नहीं जा रही तो हम दोनों कैसे जा सकते हैं, जाने दीजिए हम भी नहीं जाएंगे।
इसपर फरहीन कहती है, “मैं तो जाऊंगी, आफरीन आपा तुम भी चलो प्लीज़ बहुत मज़ा आएगा”।
फिर आफरीन की मम्मी और इरफान की मम्मी के ज़्यादा कहने पर आफरीन जाने के लिए तैयार हो जाती है।
शाम को 5 बजे तक इरफान आफरीन और फरहीन को लेकर, घुमाने जाता है। फरहीन इरफान और आफरीन से बातें करे जा रही थी। आफरीन भी फरहीन की बातों का जवाब दे रही थी। इरफान भी फरहीन की बातों का हां और न में जवाब दे रहा था। इरफान आफरीन से ज़्यादा नहीं बोल रहा था, क्योंकि वो आफरीन से नाराज़ रहता रहता है। आफरीन और फरहीन दोनों इस बात को नोटिस कर रही थीं।
इतने में फरहीन आफरीन को इशारा करती है और कहती है कि “इरफान भाई मैं थोड़ा इस पहाड़ी की सैर करके आती हूं, आप लोग यहीं रहो। आप लोग परेशान न होना मैं ज़्यादा दूर नहीं जाऊंगी, यहीं पास में ही हूं”।
इरफान, “ठीक है”!
फिर फरहीन वहां से चली जाती है ।
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 1
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 2
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 3
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 4
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 6
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 7
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 8
अपाहिज से मोहब्बत का सिला ! Episode – 9